खरमास ( १५ मार्च – १४ अप्रेल ):
पूरे साल सूर्य बारह राशियों में भ्रमण करते हैं । हर एक राशि में एक महीने के लिए भ्रमण होता है । जब भी सूर्य का धनु राशि में प्रवेश एवं मीन राशि में प्रवेश होता है तब सूर्य के इस गोचर को खरमास बोला जाता है । वर्ष में पितृपक्ष एवं खरमास कुछ ऐसे दिन होते हैं जब शुभ कार्य वर्जित रहते हैं ।
वर्ष २०१८ में १४ मार्च की मध्य रात्रि को २३:४२ पर सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा। इसी समय से खरमास/ मलमास की शुरुआत हो जाएगी।यह एक महीने रहगे एवं १४ अप्रैल प्रातः ८:१२ पर समाप्त होगा। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी । यह १४ एप्रिल तक रहेगी , तत् पश्चात , शुभ कार्य सम्पन्न होने शुरू हो जाएँगे ।
सूर्य के गुरु की राशि में प्रवेश होने से गुरु गृह में क्षिणता आ जाती है । गुरु ग्रह शुभ कार्यों के लिए सर्वमान्य हैं एवं उनकी पक्की स्तिथी किसी भी शुभ कार्य को और भी शुभ बना देती है । सूर्य के तेज़ की वजह से गुरु के निमित्त घरों में यानी की धनु एवं मीन की शक्ति भी क्षीण हो जाती है इसीलिए , इस समय शुभ कार्यों को वर्जित माना जाता है ।
हालाँकि , पूर्वी भारत में एवं दक्षिण भारत में इस समय को दूषित नहीं माना जाता है लेकिन उत्तरी एवं पश्चिम भारत में ऐसा माना जाता है की इस समय माँगलिक कार्य दूषित हो जाते हैं ।
खरमास में कौन से कार्य रहेंगे वर्जित :
इस समय विवाह , घर ख़रीदना , गृह प्रवेश , नया बिज़्नेस , नए कार्य सब ही को वर्जित माना जाता है ।
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